भुजज्या = गतज्यापिण्ड + (शेष X गतगम्यन्तर / 225)
क्रान्त्यंशफल = चाप(भुजज्या X परमक्रान्ति / 3438)
चाप=पिण्ड संख्याX225+(ज्या-गतपिण्ड)X225/गतगम्यन्तर
स्पष्टक्रान्ति = +/- क्रान्त्यांशफल +/- स्पष्ट शर
सायन तथा विक्षेप दिशा उत्तर हो तो धन, दक्षिण हो तो ऋण
क्रान्तिमान धनात्मक हो तो क्रान्तिदिशा उत्तर, अन्यथा दक्षिण