चर साधन

चरखण्डासु = पलभा X मध्यम चरासु
X
चरराश्यासु = लंकोदयासु +/- चरखण्डासु
-
अहोरात्रफल = चरराश्यासु X चन्द्र स्पष्टगति / 1800
X / 1800
स्वाहोरात्रासु = चक्रासु + अहोरात्रफल
+
क्रान्तिज्या = गतज्यापिण्ड + (शेष X गतगम्यन्तर / 225)
+ ( X / 225 )
उत्क्रमज्या = गतज्यापिण्ड + (शेष X गतगम्यन्तर / 225)
+ ( X / 225 )
कलादि
स्वाहोरात्र कर्ण = त्रिज्या - उत्क्रमज्या
-
क्षितिज्या = क्रान्तिज्या X पलभा / 12
X / 12
चरज्या = क्षितिज्या X त्रिज्या / स्वाहोरात्रकर्ण
X /
चाप=पिण्ड संख्याX225+(ज्या-गतपिण्ड)X225/गतगम्यन्तर
X 225 + [( - ) X 225 / ]
आहोरात्रादि साधन

दिनार्ध = (चतुर्भाग +/- चरासु) / 360
+ / 360
घट्यादि
रात्र्यर्ध = (चतुर्भाग +/- चरासु) / 360
- / 360
घट्यादि
दिनमान = दिनार्ध X 2 X 2
घट्यादि
रात्रिमान = रात्र्यर्ध X 2 X 2
घट्यादि
नाक्षत्रसावनाहोरात्र = दिनमान + रात्रिमान
+
घट्यादि
   
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