क्रान्तिज्या = गतज्यापिण्ड + (शेष X गतगम्यन्तर / 225)
उत्क्रमज्या = गतज्यापिण्ड + (शेष X गतगम्यन्तर / 225)
स्वाहोरात्र कर्ण = त्रिज्या - उत्क्रमज्या
क्षितिज्या = क्रान्तिज्या X पलभा / 12
चरज्या = क्षितिज्या X त्रिज्या / स्वाहोरात्रकर्ण
चाप=पिण्ड संख्याX225+(ज्या-गतपिण्ड)X225/गतगम्यन्तर